लोकसभा चुनावों में बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की दोस्ती दिल्ली और हरियाणा में भले ही खत्म हो गई है लेकिन गुजरात में इंडिया गठबंधन के तहत दोनों पार्टियां एक साथ हैं। मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के संयाेजक अरविंद केजरीवाल की रिहाई की मांग को लेकर अहमदाबाद में प्रदर्शन किया। लंबे समय बाद सड़क पर उतरी आम आदमी पार्टी के इस प्रदर्शन में कांग्रेस के नेताओं ने भी शिरकत की। गुजरात में कांग्रेस और आप ने मिलकर चुनाव लड़ा था। राज्य की 26 लोकसभा सीटों पर दो सीटें आप और बाकी पर कांग्रेस लड़ी थी। इसमें पार्टी के दूसरे विधायक भी मौजूद रहे।
  आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी की अगुवाई में हुए प्रदर्शन में कांग्रेस की तरफ विधायक इमरान खेड़ावाला और अहमदाबाद शहर अध्यक्ष हिम्मतभाई पटेल ने इसमें शिकरत की। इस मौके पर इसुदान गढ़वी ने कहा कि जेल में बीजेपी के अत्याचार झेल रहे अरविंद केजरीवाल का स्वास्थ्य दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को ख़त्म करने की साजिश रचकर केजरीवाल जी को झूठे मामलों में जेल भेजा गया। आप नेताओं ने प्रदर्शन के दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य और जेल से रिहाई के लिए प्रार्थना की। विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम को आप गुजरात विधायक दल के नेता चैतर वसावा ने भी संबोधित किया है। वसावा ने कहा कि आम आदमी पार्टी को खत्म करने की साजिश में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन को झूठे मामलों में जेल में डाल दिया गया है।
  आम आदमी पार्टी ने अहमदाबाद स्थित प्रदेश कार्यालय से इनकम टैक्स ऑफिस पदयात्रा निकाली। इसमें अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य और जेल से रिहाई के लिए प्रार्थना की। लोकसभा चुनावों के बाद यह पहला मौका है जब कांग्रेस पार्टी ने आम आदमी पार्टी की तरफ से आयोजित किए गए कार्यक्रम में शिरकत की। इससे पहले राहुल गांधी के दौरे में आप नेता नहीं पहुंचे थे। दोनों दलों के बीच समन्वय देखने को नहीं मिला था, लेकिन दो राज्यों में भले ही कांग्रेस और आप की राहें अलग हो गई हैं लेकिन गुजरात में दोनों दलों के एक साथ रहने की संभावना है। गुजरात में आने वाले दिनों में दो विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हो सकता है। इसमें बनासकांठा की वाव और जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट शामिल है। विसावदर सीट आप विधायक के बीजेपी में जाने से खाली हुई है जबकि वाव सीट गेनीबेन ठाकोर के सांसद बनने के बाद खाली हुई है।