भोपाल। अक्टूबर के आखिरी दिनों में मप्र में मौसम के 3 रंग देखने को मिल रहे हैं। साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम की वजह से पिछले 24 घंटे के दौरान कई जिलों में बादल छाए रहे। वहीं, सिंगरौली और अनूपपुर में हल्की बारिश भी हुई। सिंगरौली शहर में 6 मिमी बारिश दर्ज की गई।


मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के पूर्वी हिस्से जैसे- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के कुछ जिलों में भी गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम संभाग में दिन में गर्मी का असर बना रहेगा जबकि ग्वालियर-चंबल संभाग में रात के समय ठंड का असर ज्यादा रहेगा। नवंबर से सभी जिलों में सर्दी बढऩे लगेगी। अभी प्रदेश में रात के समय सर्दी का असर है जबकि दिन में तेज धूप निकल रही है। हालांकि, रविवार को कई जिले ऐसे रहे, जहां दिन का तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक लुढक़ गया। ज्यादातर जिलों में पारा 32 डिग्री से नीचे ही रहा। इनमें बैतूल, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन, शिवपुरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सिवनी, सीधी, उमरिया और मलाजखंड शामिल हैं। सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा। यहां अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

इसलिए पूर्वी हिस्से में बदला रहेगा मौसम
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है। जिसका असर मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में देखने को मिलेगा। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। दूसरी ओर, बाकी जिलों में मौसम साफ रहेगा। इस वजह से धूप खिलेगी।

रात में भी पचमढ़ी ही सबसे ठंडा
रात के समय पचमढ़ी ही सबसे ठंडा है। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात की बात करें तो यहां पारा 14.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भोपाल में 16.8 डिग्री, बैतूल में 16.5 डिग्री, रायसेन में 16.2 डिग्री, राजगढ़ में 16.6 डिग्री, छिंदवाड़ा में 15.8 डिग्री, नौगांव में 16.8 डिग्री तापमान रहा।

अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में ठंड-गर्मी का ट्रेंड
अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में प्रदेश में रात में ठंड का असर बढ़ जाता है। पिछले 10 साल से यही ट्रेंड है। इस बार भी ऐसा ही मौसम है। भोपाल, इंदौर-ग्वालियर समेत कई शहरों में रात का टेम्प्रेचर 17 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। वहीं, हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा है। यहां दिन और रात दोनों ही ठंडे हैं। दूसरी ओर, दिन में तापमान बढ़ा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, अक्टूबर चेंज ओवर पीरियड रहता है। इस महीने मानसून विदाई पर होता है। इससे आसमान साफ हो जाता है। इस कारण दिन में गर्मी और रात में ठंड पड़ती है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से बारिश होती है। इस साल 23 अक्टूबर के बाद बारिश थमी और ठंड का असर बढ़ गया। अक्टूबर के आखिरी 4 दिन रातें और ठंडी होंगी।