इजरायल के उप प्रवक्ता ने भारत को इजरायल का विश्वसनीय साथी बताया
येरुशलम। इजरायल और ईरान के बीच के विवाद ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। इस विवाद में कई महत्वपूर्ण खिलाड़ी निकलकर सामने आए। जिनमें से एक भारत है। हाल ही में इजरायल के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता एलेक्स गैंडलर ने भारत को इजरायल का अहम और विश्वसनीय साथी बताया। इस बयान ने भारत की पश्चिम एशिया में संभावित मध्यस्थ भूमिका की कयासों को और मजबूत कर दिया। एलेक्स ने कहा कि भारत और इजरायल के बीच न केवल सरकारी स्तर पर बल्कि लोगों के स्तर पर भी रिश्तें मजबूत हैं। इजरायल भारत को एक ऐसी आवाज के रूप में देखता है जो पश्चिम एशिया में महत्वपूर्ण है। इस समय की चुनौतियों के बीच शांति स्थापित करने में मदद कर सकती है। ईरान एक असफल देश है जिसकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह से तबाह हो चुकी है। उसकी सेना निष्क्रिय हो चुकी। इजरायल ने कहा कि भारत जैसे देश ईरान को इस दिशा में सोचने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। पश्चिम एशिया में भारत को हमेशा से ही एक न्यूट्रल और प्रभावी आवाज के रूप में देखा जाता है। भारत ने कई बार इन दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने की कोशिश की है। अब इजरायल भी भारत को एक महत्वपूर्ण मध्यस्थ की भूमिका में देखने लगा है। भारत की भौगोलिक स्थिति और बड़ी वैश्विक शक्ति के चलते पश्चिम एशिया में उसकी भूमिका हमेशा से ही महत्वपूर्ण रही है। भारत और ईरान व इजरायल दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं। जहां एक तरफ भारत का ईरान के साथ सांस्कृतिक रिश्ता है तो दूसरी तरफ इजरायल के साथ रक्षा और तकनीकी साझेदारी भी महत्वपूर्ण है। भारत ने हमेशा से हमेशा से ही दोनों देशों के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश की है। यही वजह है कि पश्चिम एशिया के इतने बड़े विवाद में भारत को एक प्रमुख मध्यस्थ के रूप में देखा जा रहा है। लेकिन ये इतना आसान भी नहीं रहने वाला है। दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं। इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने तो यहां तक कहा कि ईरान पर उसकी ओर से किया जाने वाला हमला घातक और चौंकाने वाला होगा। गैलेंट ने कहा कि हाल में ईरान द्वारा किये गये मिसाइल हमले का कड़ा जवाब दिया जायेगा। गैलेंट के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इजराइली हमले से ईरान सकते में आ जाएगा। कोई विवरण दिए बिना रक्षा मंत्री ने कहा कि वे समझ नहीं पाएंगे कि क्या हुआ और कैसे हुआ। पिछले सप्ताह ईरान ने इजराइल पर कई मिसाइलें दागीं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।