दुबई । वैश्विक एयरलाइन समूह आईएटीए ने एक भारतीय एजेंसी द्वारा कुछ विदेशी एयरलाइनों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) से संबंधित कुछ शुल्कों की जांच को लेकर मंगलवार को चिंता जाहिर की। जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने भारत में परिचालन करने वाली कुछ विदेशी एयरलाइन के खिलाफ जांच शुरू कर है। आईएटीए के भारत के कंट्री डायरेक्टर अमिताभ खोसला ने यहां कहा कि फिलहाल 10 विदेशी एयरलाइन के खिलाफ जांच की जा रही है और यह कदम अभूतपूर्व है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) ने इस मुद्दे पर भारत सरकार को एक विस्तृत प्रतिवेदन दिया है। एयरलाइनों को अक्टूबर 2023 से नोटिस मिले हैं। उत्तर एशिया एवं एशिया प्रशांत क्षेत्र (अंतरिम) के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष शी शिंगक्वान ने भी आईएटीए की वार्षिक आम बैठक के दौरान आयोजित ब्रीफिंग में जीएसटी मुद्दे का उल्लेख किया। बयान में कहा गया ‎कि भारत में एयरलाइन के शाखा कार्यालय विमान पट्टे, चालक दल और पायलट, ईंधन तथा रखरखाव लागत के लिए अनुबंध जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में कोई भूमिका नहीं निभाते हैं। भारत से आने-जाने वाले सभी परिचालनों का निर्णय, नियंत्रण और संचालन एयरलाइनों के मुख्य कार्यालयों द्वारा लिया जाता है। भारत में शाखा कार्यालयों को किसी भी रणनीतिक या परिचालन जोखिम तथा कार्यों के लिए जिम्मेदार ठहराना कानूनी रूप से सही नहीं है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते नागर विमानन बाजारों में से एक है।आईएटीए 330 से अधिक एयरलाइन का समूह है, जो वैश्विक हवाई यातायात का 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सा संभालता है।