औद्योगीकरण को बढ़ावा देने छग सरकार ने इस दिशा में उठया बड़ा कदम

रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के औद्योगिक विकास की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। नवा रायपुर अटल नगर के सेक्टर-22 में ग्रीनफील्ड इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के अंतर्गत अत्याधुनिक कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) की स्थापना की जा रही है। यह सेंटर इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में काम करने वाले उद्योगों और स्टार्टअप के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। यह कॉमन फैसिलिटी सेंटर तकनीकी नवाचार, औद्योगिक सहयोग और रोजगार सृजन का केंद्र बनेगा। यह परियोजना मुख्यमंत्री श्री साय के छत्तीसगढ़ को तकनीकी रूप से समृद्ध और आत्मनिर्भर राज्य बनाने के संकल्प को पूरा करने में सहायक होगी।
इस परियोजना को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री ओपी चौधरी के मार्गदर्शन में नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसके लिए केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से ईएमसी 2.0 योजना के तहत 75 करोड़ रुपये की सहायता मिली है नवा रायपुर में 3.23 एकड़ भूमि पर विकसित यह सेंटर प्रिंटेड सर्किट बोर्ड प्रोटोटाइपिंग, 3डी प्रिंटिंग, ईएमसी टेस्टिंग, पर्यावरण और विश्वसनीयता परीक्षण जैसी आधुनिक तकनीकों से लैस है। इससे सेमीकंडक्टर, एलईडी लाइटिंग, सोलर चार्ज कंट्रोलर, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उपकरण, ऑटोमेशन सॉल्यूशन और स्काडा पैनल जैसे उत्पादों के निर्माण में लगे उद्योगों को तकनीकी सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री साय का कहना है कि हमारा उद्देश्य सिर्फ उद्योग लगाना नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को तकनीकी अवसरों से जोड़ना और राज्य को आत्मनिर्भर बनाना है। यह कॉमन फैसिलिटी सेंटर निवेशकों के लिए एक नया अवसर है और यह इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के मानचित्र पर छत्तीसगढ़ को प्रमुखता से स्थापित करेगा। यह सेंटर उन छोटे उद्यमों के लिए भी बहुत उपयोगी है जो अपने उत्पादों की गुणवत्ता की जांच करना चाहते हैं या नए डिजाइन पर काम कर रहे हैं।
स्टार्टअप अपने उत्पादों का परीक्षण कर सकेंगे, नए प्रोटोटाइप तैयार कर सकेंगे और उत्पादन की ओर तेजी से आगे बढ़ सकेंगे। इससे राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और उद्योगों को आवश्यक तकनीकी सहायता मिलेगी। इसके साथ ही राज्य सरकार की औद्योगिक नीति में दिए गए प्रोत्साहनों से राज्य में नए निवेश बढ़ेंगे। यह परियोजना छत्तीसगढ़ की औद्योगिक प्रगति में एक नया अध्याय जोड़ेगी और नया रायपुर को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाएगी।